हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे Options

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पेट के कीड़े भी पाचन तंत्र के खराब होने के कारण होती है। हल्दी पाचक एवं कृमिघ्न गुण होने के कारण यह पेट के कीड़ों से भी राहत दिलाती है।  

जब भी घर में अपने लिए सूप बनाएं, उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर डाल लें। 

 ओलोंग चाय में एंटी-ऑक्सीडेंट,एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कार्सिनोजेनिक यौगिक के गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज समेत कई अन्य बीमारियों में फायदेमंद है. इस चाय के सेवन से बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.

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कच्ची हल्दी को गैस पर जलाकर कोयले की तरह बना लीजिए फिर इसको पीसकर इसमें समान मात्रा में अजवायन मिलाकर इससे रोज़ाना सुबह मंजन करें।

हल्दी के फायदे त्वचा के लिए । termeric Positive aspects for pores and skin –

सामान्यतः १ से २ ग्राम हल्दी का रोज सेवन कर सकते है। यदि आप किसी बीमारी में हल्दी का उपयोग कर रहे है तो पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

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इससे ज्वर बहुत जलदी ठीक हो जाता है। और गला व आवाज भी सही हो जाती है।

सालों पहले जब कहीं चोट लग जाती थी तो हमारी दादी- नानी हमें हल्दी का लेप लगाने की सलाह दिया करती थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक आैर एंटी- बैक्टीरियल गुणों वाला मसाला होता है, here जो इसे बेहतरीन और प्रभावी डिसइंफेक्टेंट बनाता है। पिसी हुई हल्दी को चोट वाली जगह पर छिड़क दें, चोट जल्दी ठीक हो जाती है।

गले की खराश दूर करने के लिए हल्दी, यवक्षार और चित्रक के २-५ ग्राम चूर्ण लें एक चम्मच शहद के साथ इसका सेवन करें

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हल्दी का डीटोक्सीफयिंग गुण बायल का उत्पादन करता है और इन रसायनों को लीवर को नुक्सान पहुंचाने से रोकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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